अधिकारियों ने बताया कि सर्वाधिक जनहानि रांगामाटी पर्वतीय जिले में हुई है, जहां 58 लोगों के मरने की खबर है। मरने वालों में कम से कम चार सैन्य अधिकारी शामिल हैं। स्थानीय मीडिया के अनुसार भूस्खलन की चपेट में आए अनेक लोग रांगामाटी और बंदरबन में जातीय अल्पसंख्यक या जनजातीय समूहों से हैं जो पर्वतीय क्षेत्रों में अस्थाई मकानों में रहते हैं।