ओबामा ने दी सत्यार्थी और मलाला को बधाई

शनिवार, 11 अक्टूबर 2014 (18:30 IST)
वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भारत में बाल मजदूरी के खिलाफ अभियान चलाने वाले कैलाश सत्यार्थी और पाकिस्तान की मलाला युसुफजयी को नोबेल शांति पुरस्कार जीतने पर बधाई देते हुए कहा कि यह उन लोगों की जीत है, जो प्रत्येक मनुष्य का सम्मान बरकरार रखने के लिए प्रयासरत हैं।
ओबामा ने शुक्रवार रात अपने बयान में कहा कि मिशेल, मेरे और अमेरिका के सभी लोगों की ओर से मैं मलाला युसुफजयी और कैलाश सत्यार्थी को नोबेल शांति पुरस्कार जीतने पर बधाई देता हूं। उन्होंने कहा कि यह घोषणा ऐसे सभी लोगों की जीत है, जो प्रत्येक मनुष्य के सम्मान की रक्षा के लिए प्रयत्नशील हैं। 
 
साल 2009 का नोबेल शांति पुरस्कार जीतने वाले ओबामा ने कहा कि मलाला और कैलाश को मान्यता प्रदान करके नोबेल समिति ने हमें इनके काम को याद दिलाया है, जो सभी युवाओं के अधिकारों एवं स्वतंत्रता की रक्षा करने और लिंग, पृष्ठभूति से इतर उनके ईश्वर-प्रदत्त क्षमता का उपयोग करने का मौका सुनिश्चित करने से जुड़ा है।
 
ओबामा ने कहा कि मात्र 17 वर्ष की उम्र में मलाला यूसुफजयी ने दुनियाभर के लोगों को अपने उत्साह और प्रतिबद्धता से लोगों को यह प्रेरित करने के लिए प्रेरणा दी कि सभी जगहों पर लड़कियों की शिक्षा सुनिश्चित हो सके। उन्होंने कहा कि तालिबान ने मलाला को चुप कराने की कोशिश की लेकिन उन्होंने अपनी ताकत और प्रतिबद्धता से इसका जवाब दिया।
 
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि मिशेल और मुझे पिछले वर्ष ओवल कार्यालय में इस युवा महिला का स्वागत करने में गर्व महसूस हुआ। हम उनके साहस से हतप्रभ रह गए और यह जानकर काफी उम्मीद की अनुभूति हुई कि यह दुनिया को बेहतर स्थान बनाने के उनके प्रयास की शुरुआत भर है। 
 
ओबामा ने कहा कि कैलाश सत्यार्थी ने बाल मजदूरी समाप्त करने और दुनिया के दामन से दासता के दाग को समाप्त करने में अपना जीवन समर्पित कर दिया।
 
उन्होंने कहा कि कैलाश के प्रयासों का सही मूल्यांकन उन्हें मिलने वाला पुरस्कार नहीं है बल्कि ऐसे हजारों लोग हैं, जो आज उनके प्रयासों के कारण स्वतंत्र और सम्मान की जिंदगी जी रहे हैं।
 
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि अपने आंदोलन से कैलाश ने हमें दूसरे के शोषण को समाप्त करने की साझा जिम्मेदारी याद दिलाई है। उन्होंने कहा कि मलाला और कैलाश ने धमकियों का सामना करते हुए दूसरों को बचाने और भविष्य की पीढ़ी के लिए दुनिया को बेहतर बनाने का काम किया। (भाषा)

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