विनाश का साधन है पुतिन की सीरियाई रणनीति: ओबामा

शनिवार, 3 अक्टूबर 2015 (12:45 IST)
वॉशिंगटन। राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि सीरिया को लेकर रूस की रणनीति विनाश का साधन है, क्योंकि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इस्लामिक स्टेट आतंकवादियों और सीरिया के कद्दावर शासक बशर अल असद के शासन का मुकाबला करने वाले उदारवादी धड़े के बीच फर्क करने में विफल रहे हैं।
इस सप्ताह के शुरू में पुतिन के साथ अपनी बैठक का हवाला देते हुए ओबामा ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि उन्होंने पुतिन से कहा है कि यह सच है कि खतरनाक आतंकवादी समूह इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) को खत्म करने में दोनों देश और पूरी दुनिया का समान हित शामिल है।
 
उन्होंने कहा, ‘बहरहाल, पुतिन ने इस संबंध में जो भी बात कही उससे यह साफ है कि वह आईएसआईएस और असद को हटाने की इच्छा रखने वाले विरोधी उदारवादी सुन्नी के बीच फर्क नहीं करते हैं।’ ओबामा ने रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि रूसी सेना सीरिया के अंदर गैर इस्लामिक स्टेट को भी निशाना बना रही है।
 
उन्होंने कहा, ‘उनके दृष्टिकोण में सभी आतंकवादी हैं और यही विनाश का साधन है। यही एक बात है जिसे मैं खारिज करता हूं।’ उन्होंने कहा, ‘मैं हर किसी को यह जरूरी संदेश बताना चाहता हूं कि हम आईएसआईएस की तलाश जारी रखेंगे। हम उदारवादी विरोधी तक पहुंचना जारी रखेंगे। हम रूस के उस सिद्धांत को खारिज करते हैं जिसके अनुसार असद का विरोध करने वाला हर कोई आतंकवादी है।’
 
उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका शरणार्थियों से मानवीय दबाव हटाने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय और अपने सहयोगी के साथ काम करता रहेगा। ओबामा ने कहा कि ‘रूस जो कुछ भी कर रहा है उससे वह किसी मजबूत स्थिति में नहीं है। पुतिन की यह कार्रवाई रूस के अंदर केवल उनकी पोल रेटिंग को बढ़ाएगी।’ (भाषा) 

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