बेलगावी। प्रधानमंत्री ने नरेंद्र मोदी ने पांच सौ और एक हजार रुपए के विमुद्रीकरण को कालेधन पर कड़ा प्रहार करार देते हुए लोगों से नोटों पर निर्भरता कम करके ज्यादा से ज्यादा डेबिट और क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करने की रविवार को अपील की।
मोदी ने आज यहां एक कार्यक्रम में कहा, मेरी सभी लोगों से अपील है कि भुगतान के वैकल्पिक साधनों जैसे क्रेडिट, डेबिट कार्डों, मोबाइल बैंकिंग, इंटरनेट बैंकिंग आदि का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करें। मैं देश के लोगों से अपील करता हूं कि प्रचलित मुद्रा पर निर्भरता की बजाय प्लास्टिक मनी का अधिक से अधिक इस्तेमाल करें।
उन्होंने कहा, मेरी सरकार 31 दिसंबर के बाद उन लोगों पर कठोर कार्रवाई करेगी जिन्होंने अपनी संपत्ति की घोषणा नहीं की है या फिर कालेधन को बदलने के लिए अवैध तरीकों का इस्तेमाल किया है।
मोदी ने गरीबों को जनधन खाते का डेबिट कार्ड का अधिक प्रयोग करके नोटों का प्रयोग कम करने की अपील करते हुए कहा कि ग्रामीण आबादी के अधिक शिक्षित होने की स्थिति में इसका अधिक इस्तेमाल हो सकता है।
उन्होंने कहा कि सरकार इस देश तथा विदेश में छिपे अधिक से अधिक कालेधन का पता लगाने के लिए प्रतिबद्ध है तथा हालिया घोषणा इस संदर्भ में लिया गया बड़ा निर्णय है। मोदी ने कहा, मैं कालाधन छिपाए उन सभी लोगों से कहना चाहता हूं कि वे अपने नोटों को गंगा नदी में बहा दें। जो ऐसा नहीं करेगा, वह पकड़ा जाएगा।
मोदी ने कहा, बड़े नोटों को बंद किए जाने से गरीब और मध्यमवर्ग पर कोई असर नहीं पड़ेगा। वे सरकार के पूरे समर्थन में हैं। इस योजना से यह वर्ग प्रभावित नहीं होगा। बैंकों में लंबी कतारों में लगने के बावजूद वे कोई शिकायत नहीं कर रहे हैं लेकिन कालेधन का इस्तेमाल करने वाले निश्चित तौर पर मुश्किल में आ जाएंगे। हम ऐसे सभी लोगों को पकड़ेंगे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोगों से कहा कि सरकार के इस निर्णय से परेशानी उठाने की जरुरत नहीं है और सभी समस्याएं कुछ सप्ताह में दुरुस्त हो जाएंगी। उन्होंने कहा, सरकार का यह निर्णय कालेधन को उजागर करने की दिशा में लंबा रास्ता तय करेगा लेकिन संप्रग की पिछली सरकार ने इसको लेकर कम कार्य किया था।
उन्होंने कहा मेरी सरकार उन लोगों को परेशान नहीं करेगी जो ईमानदार हैं, लेकिन कालेधन का संचय किए लोगों पर निश्चित ही आफत आएगी। हमने देखा है कि इन लोगों ने कैसे पिछले 75 वर्षों में अपने कालेधन को किस तरह से बढ़ाया है। कांग्रेस पार्टी आज 500 और 1000 के नोट पर प्रतिबंध के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है लेकिन सभी को पता है कि भ्रष्टाचार से लड़ने को लेकर यह कितनी गंभीर है।
प्रधानमंत्री ने कहा, मुझ पर अपनी सीट और सरकार को सुरक्षित रखने तथा निजी हित साधने संबंधी जितने भी आरोप लगे हैं, वे झूठे हैं। सत्तर साल की उम्र में दांव पर लगाने के लिए मेरे पास कुछ भी नहीं है। बड़े नोटों पर प्रतिबंध से अमीर लोग प्रभावित होंगे, ना कि साधारण जनता। युवा तथा वृद्ध सभी मेरा समर्थन कर रहे हैं और मैं पूरे देश से मिल रही प्रतिक्रिया से बहुत खुश हूं। (वार्ता)