कंपनी को महंगा पड़ा श्रमिकों से गुलामों जैसा बर्ताव

बुधवार, 2 सितम्बर 2015 (10:42 IST)
रियो द जेनेरियो। ब्राजील के एक श्रम न्यायालय ने देश के ऑडेब्रेट समूह पर दक्षिण अफ्रीकी देश अंगोला की एथेनॉल रिफाइनरी में श्रमिकों से गुलामों जैसा काम कराने और उन्हें बेहद खराब हालत में रखने का दोषी ठहराया है।
 
आरारकुआरा स्थित श्रम अदालत के जज कार्लोस अलबर्ट फ्रिजेरी ने समूह को क्षतिपूर्ति के लिए जुर्माने के तौर पर 1.30 करोड़ डॉलर की रकम का भुगतान करने को कहा है।
 
उन्होंने अपने आदेश में कहा कि समूह ने अनुचित तरीके से ब्राजील के श्रमिकों को अंगोला भेजा और उनसे बेहद खराब हालात में काम कराए।
 
बीबीसी की ब्राजील सेवा द्वारा ऑडेब्रेट कंपनी के खिलाफ दायर कई मुकदमों को लेकर जारी रिपोर्ट के बाद यह मामला पहली बार अभियोजकों के सामने आया।
 
हालांकि समूह ने एक ईमेल के जरिये बयान जारी करके कहा कि अंगोला एथेनॉल रिफाइनरी परियोजना को अंगोला की एक कंपनी चला रही है। ऑडेब्रेट का इसमें बहुत छोटा हिस्सा है और उसने इस रिफाइनरी का निर्माण नहीं किया है। समूह ने बताया कि वह न्यायालय के फैसले को चुनौती देगा।
 
समूह के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मारसेलो ऑडेब्रेड भ्रष्टाचार के मामले में पहले से ही जेल में है। समूह पर देश की सरकारी तेल कंपनी पेट्रोलियो ब्राजीलेरियो पर अनुबंध के साथ छेड़छाड़ और रिश्वत देकर अरबों डॉलर की चपत लगाने का आरोप है। (वार्ता)

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