ब्रिटिश सरकार ने दी काबुल हवाई अड्डे पर आतंकवादी हमले की चेतावनी

गुरुवार, 26 अगस्त 2021 (16:59 IST)
लंदन। ब्रिटिश सरकार ने गुरुवार को चेतावनी दी कि इस्लामिक स्टेट (आईएस या आईएसआईएस) के आतंकवादियों द्वारा अफगानिस्तान में काबुल हवाई अड्डे पर जमा लोगों को निशाना बनाकर आसन्न हमला किए जाने की बहुत विश्वसनीय खुफिया रिपोर्ट है।

ALSO READ: आतंकवादियों की पनाहगाह है पाकिस्तान, BRICS में भारत ने साधा निशाना
 
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी इस हफ्ते के शुरू में अमेरिका के नेतृत्व वाले नाटो बलों के 31 अगस्त तक अफगानिस्तान छोड़ने की समयसीमा को बढ़ाने से इनकार करने वाले फैसले की जब घोषणा की थी तब उन्होंने भी अफगानिस्तान में आईएसआईएस से संबद्ध आईएसाईएस-के द्वारा हमला किए जाने की आशंका जताई थी। ब्रिटिश सशस्त्र बल मंत्री जेम्स हेप्पी ने गुरुवार को बीबीसी से कहा कि बहुत विश्वसनीय खुफिया सूचना है कि अफगानिस्तान छोड़ने की कोशिश में काबुल हवाई अड्डे पर जमा हुए लोगों पर इस्लामिक स्टेट जल्द ही हमला करने की योजना बना रहा है।

ALSO READ: दुश्मनों पर भारी पड़ेगा NSG का 'गांडीव', कमांडो बल ने शुरू किया आतंक निरोधक सशस्त्र अभ्यास
 
अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद हजारों लोग मुल्क छोड़ने की कोशिश में हैं और काबुल हवाई अड्डे के जरिए वे देश से निकलना चाह रहे हैं। विदेश, राष्ट्रमंडल एवं विकास कार्यालय (एफसीडीओ) ने बुधवार को कहा कि क्षेत्र में हालात विस्फोटक हैं। उसने ब्रिटिश नागरिकों एवं अन्य को सलाह दी कि वे एक सुरक्षित स्थान तलाशें और अगले परामर्श तक इंतजार करें। यह घटनाक्रम इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) अफगानिस्तान से जुड़ा है जो आत्मघाती और कार के जरिए हमले करने के लिए जाना जाता है।
 
एफसीडीओ ने अपने यात्रा परामर्श को अपडेट करते हुए कहा है कि अफगानिस्तान में सुरक्षा स्थिति विस्फोटक बनी हुई है। आतंकवादी हमले का खतरा है। उसमें कहा गया है कि काबुल हामिद करज़ई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की ओर न जाएं। अगर आप हवाई अड्डे के क्षेत्र में हैं तो उसे छोड़ कर सुरक्षित स्थान पर चले जाएं और अगले परामर्श का इंतजार करें।

ALSO READ: BJP ने दिया सुझाव, आतंकवाद रोकने के लिए स्थानीय युवकों को SOP के तौर पर करें भर्ती
 
काबुल हवाई अड्डे की सुरक्षा और संचालन फिलहाल अमेरिका के हाथ में है जिसके वहां पर 5800 सैनिक हैं। बहरहाल वे तालिबान की सहायता पर निर्भर हैं जिससे अंतरराष्ट्रीय सैनिकों को खतरा है। ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री मारिसे पायने ने कहा कि आतंकवादी हमला होने का बहुत ज्यादा खतरा है। अमेरिका ने भी अफगानिस्तान में नागरिकों से कहा है कि काबुल हवाई अड्डे न जाएं या वहां जमा न हों, क्योंकि हवाई अड्डे के द्वार के बाहर सुरक्षा का खतरा है।
 
ब्रिटिश सरकार ने कहा है कि ब्रिटेन के नागरिकों और उसके लिए काम करने वाले अफगानिस्तान के बाशिंदों के साथ-साथ संवेदनशील लोगों को निकालने का अभियान पर्याप्त गति से चल रहा है। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, 13 अगस्त से एक हजार ब्रिटिश सैनिकों की मदद से 11,000 से अधिक लोगों को अफगानिस्तान से निकाला गया है। इनमें ब्रिटिश दूतावास के कर्मचारी, ब्रिटेन के निवासी और अन्य शामिल हैं।
 
ब्रिटेन के विदेश मंत्री डोमिनिक राब ने बुधवार को कहा कि पिछले 24 घंटे में करीब दो हजार लोगों को हवाई मार्ग से ब्रिटेन लाया गया है और व्यवस्था पूरी गति से काम कर रही है। देश के रक्षा मंत्री बेन वालेस ने संसद के सदस्यों को बताया कि अफगानिस्तान के कुछ लोग ब्रिटेन आना चाहते हैं, बेहतर होगा कि वे देश की किसी एक सीमा तक पहुंचने और किसी तीसरे देश में जाने का प्रयास करें।(भाषा)

वेबदुनिया पर पढ़ें

सम्बंधित जानकारी