सरकारी अखबार चाइना डेली ने बुद्धिस्ट एसोसिएशन ऑफ चाइना के अध्यक्ष भिक्षु शुचेंग के हवाले से कहा, ‘हम आशा करते हैं कि अवशेष मठवासियों, बौद्ध लोगों और नान्जिंग की जनता के साझा प्रयासों से यहां अच्छी तरह से स्थापित एवं सुरक्षित रहेंगे।’ इस समारोह का आयोजन सप्ताहांत में जियांग्सू प्रांत के वुक्सी में आयोजित विश्व बौद्ध फोरम के बाद किया गया।
बौद्ध रिकॉर्डों के अनुसार, सम्राट अशोक ने भगवान बुद्ध के निर्वाण के बाद उनके शरीर के सभी हिस्सों को पैगोडा के आकार के पवित्र स्थल पर रखा था। इसके बाद इन्हें दुनिया के विभिन्न हिस्सों में भेजा गया। ऐसा माना जाता है कि चीन को इनमें से 19 अंश मिले लेकिन इनमें से अधिकतर प्राकृतिक कारणों से और लापरवाही के चलते नष्ट हो गए। (भाषा)