कनाडा की संसद में गोलीबारी, सुरक्षाकर्मी सहित 2 की मौत

गुरुवार, 23 अक्टूबर 2014 (08:35 IST)
ओटावा। कनाडा की संसद के भीतर और बाहर दोनों जगहों पर गोलीबारी हुई है। इस घटना में एक सैनिक और हमला करने वाला बंदूकधारी मारा गया। भारतीय प्रधानमंत्री मोदी ने इसकी निंदा करते हुए सभी के सुरक्षित होने की कामना की है।
 
कनाडाई पीएम ने क्या कहा : कनाडा की संसद में हुई गोलीबारी के बाद देश के प्रधानमंत्री ने ‘आतंकवादी संगठनों’ के खिलाफ लड़ाई को और अधिक प्रबलता के साथ आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता जताई और कहा कि ‘कनाडा कभी भी नहीं डरेगा।’ प्रधानमंत्री स्टीफन हार्पर ने कल टेलीविजन पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा, ‘कनाडा कभी भी नहीं डरेगा।’ उन्होंने कहा, ‘वास्तविकता यह है कि इससे हमारी प्रतिबद्धता और मजबूत होगी तथा संभावित खतरों की पहचान करने और उनसे निपटने के हमारे प्रयास दोगुने हो जाएंगे एवं कनाडा को सुरक्षित रखने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियां सभी जरूरी कदम उठाएंगी।’ 

राजधानी ओटावा स्थित ‘पार्लियामेंट हिल’ पर बुधवार को उस वक्त हमला हुआ जब रायफल लिए एक व्यक्ति ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के निकट खड़े एक सैनिक को गोली मार दी। इसके बाद उसने एक कार को अपने कब्जे में लिया और उसे चलाते हुए इमारत के सेंट्रल ब्लॉक के प्रवेशद्वार में घुसने लगा। सुरक्षा बलों ने उसे रोका और संसद की इमारत को चारों तरफ से अपने घेरे में ले लिया।
 
ओटावा पुलिस और रॉयल कनाडियन माउंटेड पुलिस का कहना है, ‘गोलीबारी में घायल की मौत हो गई है। वह कनाडाई सुरक्षा बल सदस्य था। हमारी संवेदना और प्रार्थना उसके प्रियजन के साथ है।’ उन्होंने कहा, ‘एक संदिग्ध के मारे जाने की भी पुष्टि हुई है।’
 
हमले का मकसद :  इस हमले के पीछे का मकसद के बारे में अभी पता नहीं चल पाया है, लेकिन इससे दो दिन पहले एक व्यक्ति ने हिट-एंड-रन के जरिए एक कनाडाई सैनिक की हत्या कर दी थी और एक अन्य घायल कर दिया था। पुलिस ने हाल ही इस्लाम स्वीकारने वाले इस व्यक्ति को भी मार गिराया था। हालांकि माना यह भी जा रहा है कि कनाडा द्वारा इराक और सीरिया में आईएस आदि आतंकवादियों के खिलाफ अमेरिका का साथ दिए जाने के कारण बदले की भावना से यह हमला किया गया है।
 
कनाडाई प्रसारण निगम (सीबीसी) के अनुसार सांसदों और प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि बंदूकधारी ने संसद में भीतर कई गोलियां चलाईं। ओटावा पुलिस ने इस बात की पुष्टि की है कि तीन स्थानों- युद्ध स्मारक, संसद के सेंट्रल ब्लॉक तथा रिदेउ सेंट पर गोलीबारी हुई है। पूरे इलाके को पुलिस ने अपनी घेराबंदी में ले लिया है।
 
ओटावा की पुलिस ने कहा है कि जांच चल रही है और उसने उन खबरों की पुष्टि नहीं की है जिनमें कहा गया है कि घटना और बंदूकधारी शामिल थे। इससे पहले पुलिस सूत्रों के हवाले से कहा गया था कि इस हमले में एक से अधिक संदिग्ध शामिल थे और संसद के निकट के दूसरे स्थानों पर गोलीबारी हुई है।
 
कनाडा के प्रधानमंत्री स्टीफन हार्पर ने इस गोलीबारी की निंदा करते हुए इसे ‘घृणित हमला’ करार दिया है। हमले के समय प्रधानमंत्री संसद की इमारत में मौजूद थे, लेकिन उन्हें तत्काल सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया। खबरों में कहा गया है कि नेता प्रतिपक्ष टॉम मलकेयर और लिबरल नेता जस्टिन त्राउदेवू भी सुरक्षित हैं।
 
कनाडाई संसद की इमारतों में से एक की कैफेटेरिया में काम करने वाले एलेन मेरिसर ने कहा कि उसने सेंट्रल ब्लॉक में एक व्यक्ति को देखा जो कार में था और उसके पास बड़ी बंदूक थी।
 
हॉलैंड से ओटावा घूमने आए पर्यटक जान लुचेत्नबर्ग ने कहा, ‘हम शहर घूमने का प्रतीक्षा कर रहे थे और अचानक से चार राउंड गोलियां चलने की आवाज सुनाई दी।’ उन्होंने कहा, ‘मैंने देखा कि कि छोटे कद और काले बालों वाला एक व्यक्ति रायफल लिए हुआ था और वह गोलीबारी करने के बाद पार्लियामेंट हिल की दिशा में भागा।’ पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर दी है और इसकी तलाश कर रही है कि वहां कोई और बंदूकधारी तो मौजूद नहीं है।
 
गोलीबारी की खबर मिलने के साथ ही अमेरिकी दूतावास बंद कर दिया गया। इस घटना के बाद अमेरिकी और कनाडाई वायु रक्षा बलों को अलर्ट कर दिया गया। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कनाडा के प्रधानमंत्री हार्पर से बात की है। (एजेंसी)
 

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