पाक में हिंदू लड़कियों का जबरिया धर्म परिवर्तन

शुक्रवार, 28 अप्रैल 2017 (19:37 IST)
इस्लामाबाद। धर्मांध मुस्लिमों के देश पाकिस्तान में हिंदू और सिख लड़कियों का अपहरण, बलात्कार और धर्म परिवर्तन बहुत आम बात है। विदित हो कि यह हम नहीं वरन पाक की एक मानवाधिकार संस्था मूवमेंट फॉर सॉलिडेरिटी एंड पीस इन पाकिस्तान का ही कहना है कि पाकिस्तान में प्रतिवर्ष कम से कम एक हजार अल्पसंख्यक लड़कियों का अपहरण किया जाता है, उन्हें बलात्कार, सामूहिक बलात्कार का शिकार बनाया जाता है। 
 
इस मामले का दुखद पहलू यह है कि अपहरण और बलात्कार सिर्फ कुंवारी लड़कियों का ही नहीं विवाहित हिंदू, सिख महिलाओं को भी शिकार बनाया जाता है। पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग की रिपोर्ट में कहा गया है कि वहां पर हर महीने 20 से 25 हिन्दू लड़कियों का अपहरण करके उनका जबरदस्ती धर्म परिवर्तन कराया जाता है।
 
खेद का विषय है कि इस तरह के अपराधों ने एक संस्थागत रूप ले लिया है। इन मामलों में हैरानी की बात यह है कि जैसे पीड़ित पक्ष कोई रिपोर्ट दर्ज कराता है, अपहरणकर्ता भी दूसरी तरफ से रिपोर्ट दायर कर देते हैं। जिनमें कहा जाता है कि इन लड़कियों ने अपनी मर्ज़ी से धर्म परिवर्तन किया है और उन्हें परेशान करने की कोशिश की जा रही है। ऐसे मामलों में पुलिस और न्यायपालिका का साथ भी स्थानीय अपराधियों को मिलता है।
 
पाकिस्तान में करीब सत्तर वर्ष बाद 19 मार्च को एक हिंदू विवाह कानून पारित किया गया है। इस कानून के बाद ऐसी उम्मीद की जा रही है कि इससे पाकिस्तान में रहने वाली अल्पसंख्यक महिलाओं को अधिक सुरक्षा भी मिलेगी। साथ ही, उन्हें कुछ खास अधिकार भी मिलेंगे। इसी तरह से पाकिस्तान में सिख लड़कियों की शादी भी हिंदू विवाह कानून के तहत पंजीकृत की जाने लगी है, लेकिन इस कानून के अमल और इससे असर को देखा जाना बाकी है।

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