चौंकिए नहीं उज़्बेकिस्तान के एक शहर में स्कूल टीचरों को नकदी की जगह वेतन के रूप में मुर्गी के चूज़े दिए गए। अमेरिकी सहयोग से चलाए जा रहे रेडियो ओजोडलिक की रिपोर्ट के मुताबिक कैरेकलपाकस्तान रिपब्लिक में, नुकूज के अधिकारी देश के बैंकों में पैसे की कमी की वजह से अंडे से निकले चूजों को बांट रहे हैं।
एक और शिक्षक का कहना है कि अगर हमे चिकन की जरूरत होती है तो हम इसे बाजार से काफी कम कीमत पर खरीद सकते हैं। उल्लेखनीय है कि वेतन के लिए एक चूज़े को सात हजार सोम (उज़्बेकिस्तान की मुद्रा) मतलब ढाई डॉलर के बराबर माना गया, जो बाज़ार में इसकी कीमत से दोगुना है।
उज़्बेकिस्तान कई वर्षों से नकदी की कमी की समस्या से जूझ रहा है, जो सैलरी और पेंशन भुगतान में काफी अधिक देरी का कारण है। रेडियो ओजोडलिक कहानी पर जिन उज़बेकों ने टिप्पणी की, उनमें से एक ने कहा- ये शर्मनाक है और भ्रष्ट नौकरशाही का संकेत है।