बहरहाल, सेना के प्रवक्ता रेन ग्वाकियांग के हवाले से शुक्रवार को बताया गया कि मंत्रालय ने खबर का खंडन किया है और कहा कि चीन के जहाजों का बेड़ा 17 फरवरी को अंतरराष्ट्रीय जल क्षेत्र में नियमित अभ्यास कर रहा था, जब यह घटना कथित तौर पर हुई।
रेन ने आरोप लगाया कि अमेरिका के पी-8ए पोसडोन ने चीन की लगातार चेतावनियों के बावजूद कम ऊंचाई पर टोह लेते हुए काफी समय तक चक्कर लगाए। उन्होंने कहा कि अमेरिका का इरादा ठीक नहीं था और उसके विमान ने दोनों पक्षों के जहाजों, विमान और दोनों पक्षों के चालक दल के सदस्यों की सुरक्षा को खतरे में डाला। (भाषा)