उन्होंने कहा कि चीन हमेशा दक्षिण चीन सागर में नौवहन और उसके ऊपर उडान भरने की स्वतंत्रता का सम्मान करता है और सभी देश अंतरराष्ट्रीय कानून के प्रति आबद्ध हैं। लेकिन यदि किसी देश द्वारा इस स्वतंत्रता का इस्तेमाल चीन की संप्रभुता और सुरक्षा हितों को नुकसान पहुंचाने के लिए किया जायेगा तो हम इसका कड़ा विरोध करेंगे।