चीन : ज्यादा मुआवजे के लिए सामूहिक तलाक

शनिवार, 4 मार्च 2017 (13:11 IST)
जियांगसू। कारोबार और उद्योग-धंधों को बढ़ावा देने के क्रम में चीन के जियांगसू प्रांत स्थित जिंयांगबेई गांव को एक हाइटेक डिवेलपमेंट जोन के तौर पर विकसित कर रहा है। इस योजना के तहत यहां रहने वाले लोगों को उनकी जमीन के बदले सरकारी मुआवजा मिलेगा। 
 
चीन की मीडिया के मुताबिक, ज्यादा मुआवजा पाने के चक्कर में अब यहां रहने वाले विवाहित जोड़े एक-दूसरे को तलाक दे रहे हैं। दरअसल जोड़े के तौर पर मिलने वाली राशि की जगह अगर वे अलग-अलग मुआवजे के लिए आवेदन करते हैं, तो उन्हें करीब साढ़े 12 लाख रुपए ज्यादा मिलेंगे। साथ ही, पुनर्वास कार्यक्रम के तहत हर परिवार को सरकार की ओर से एक घर भी दिया जाएगा। 

जहां पति-पत्नी रहते हुए जहां उन्हें केवल एक ही घर मिलेगा, वहीं अलग-अलग आवेदन करने पर दो घर मिलेंगे। आर्थिक फायदे के लिए अब ये विवाहित जोड़े तलाक का सहारा ले रहे हैं और खुद को सिंगल बताकर मुआवजे के लिए आवेदन कर रहे हैं।
 
कई लोग तो 80 साल से भी ज्यादा उम्र में तलाक ले रहे हैं। कई लोग तलाक लेने के बाद भी साथ रहने की योजना बना रहे हैं। कई लोग ऐसे भी हैं जो मुआवजा मिलने के बाद फिर से शादी कर लेंगे। पिछली कई पीढ़ियों से यहां रहते आ रहे इन लोगों को अब अपना घर और जमीन छोड़कर स्थानीय सरकार द्वारा आवंटित किए गए नए आवास में रहना होगा। 
 
हर जोड़े को 220 स्क्वेयर मीटर का घर दिया जाना है। लोगों को लगा कि अगर वे कानूनी तौर पर तलाक ले लें, तो उन्हें 70 स्क्वेयर मीटर अतिरिक्त संपत्ति मिलेगी और मुआवजे के तौर पर नकद भी मिलेगा। चाइना डेली अखबार के मुताबिक, तलाक दिलवाने में लोगों की मदद करने के लिए बाजार भी तैयार हो गया है। एक कंपनी लाख-डेढ़ लाख रुपए लेकर लोगों को तलाक दिलवाने में मदद कर रहा है।
 
एक ग्रामीण ने बताया, 'हर कोई ऐसा कर रहा है। बाकी जो आगे होगा, हम उससे निपट लेंगे।' मुआवजा बांटने वाले सरकारी महकमे के पास भी यह खबर पहुंच चुकी है। अधिकारियों का कहना है कि मुआवजा नियमों की इन कमियों के बारे में उन्हें जानकारी तो है, लेकिन वे यह नहीं जानते कि नई परिस्थितियों के मद्देनजर तयशुदा नियमों में कोई बदलाव किया जाएगा कि नहीं। 
 
चाइना डेली अखबार का कहना है कि जिसांगसू प्रांत की राजधानी नानचिंग में भी ऐसा ही मामला सामने आया था।(एजेंसी)

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