मनीष तिवारी का विवादित बयान, क्‍या भारत कर रहा ISI के साथ बिजनेस

शनिवार, 1 अगस्त 2015 (12:18 IST)
नई दिल्‍ली। लीबिया में चार भारतीय शिक्षकों को अगवा किए जाने और दो को छुड़ा लेने तथा दो को छुड़ाने के प्रयास का सरकार के दावे के बाद जहां अगवा किए गए शिक्षकों के परिवार में खुशियां मनाई जा रही हैं वहीं कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने  विवादित बयान दिया है। इससे पता चलता है कि देशहित से कांग्रेस की सियासत करना ज्यादा बड़ा कार्य है। मनीष ने सरकार से सवाल किया है कि क्‍या सरकार आईएसआईएस से हॉटलाइन पर बात कर रही है। उन्होंने पूछा कि सरकार आईएस के संपर्क में है क्‍या?  तिवारी ने पूछा कि सुषमा स्वराज रिहाई का सारा श्रेय ले रही हैं, तो क्या भारत आईएस के साथ कोई बिजनेस कर रहा है

मनीष तिवारी ने यह बातें अपने ट्वीटर हेंडल पर कही। तिवारी ने आगे कहा कि लगता है कि विदेश मंत्रालय हॉटलाइन के जरिए आईएस से बात कर रहा है।

गौरतलतब है कि आतंकी संगठन आईएस ने त्रिपोली और ट्यूनिस से भारत लौट रहे चार भारतीय शिक्षकों का लीबिया में अपहरण कर लिया था। सरकार की ओर से विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को इस बात की जानकारी दी थी। हालांकि, शाम तक दो भारतीय छुड़ा लिए गए और दो को आजाद कराने की कोशिशें चल रही हैं। मंत्रालय की ओर से इस बात की पुष्टि की गई। इससे पहले विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरुप ने बताया था कि अगवा किए गए दो अध्यापक हैदराबाद के हैं और दो बंगलुरू के थे।  

राममोहन राव ने सुषमा को लिखे पत्र में कहा कि दो प्रोफेसर आंध्रप्रदेश के श्रीकाकुलम के बलराम और तेलंगाना के हैदराबाद के गोपीकृष्ण सहित चार लोगों का 29 जुलाई को अपहरण किया गया और अज्ञात समूह ने उन्हें बंधक बनाया हुआ है। (एजेंसी)

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