सीएनएन ने अदालती दस्तावेज के हवाले से बताया है कि 46 साल के आसिफ मर्चेंट ने 2020 में ईरान के रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स के शीर्ष कमांडर कासिम सुलेमानी की हत्या का बदला लेने के लिए अमेरिकी नेताओं की हत्या की साजिश रची। इस बारे में दावा किया गया है कि वह अमेरिका जाने से पहले कई दिनों तक ईरान में रहा। वह इसी साल अप्रैल में अपने प्लान को अंजाम देने के लिए पाकिस्तान से अमेरिका पहुंचा। यहां पहुंचने के बाद उसने न्यूयॉर्क में एक हत्यारे को हायर करने की कोशिश की।
लेकिन इस बात का भांडा तब फूट गया जब एक अज्ञात शख्स ने पुलिस को मर्चेंट के बारे में सूचना दी जिसके बाद पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। अमेरिका की फेडरल कोर्ट ने 16 जुलाई को उसे गिरफ्तार करने का आदेश दिया था। बीबीसी के अनुसार एफबीआई के डायरेक्टर क्रिस्टोफर रे ने कहा कि मर्चेंट एक खतरनाक हत्या की साजिश रच रहा था जिसे नाकाम कर दिया गया। रे ने कहा कि मर्चेंट का ईरान से सीधा कनेक्शन है। उसे ईरान ने ही अमेरिकी नेताओं की हत्या करने के लिए भेजा गया था।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने गुरुवार को ईरान को तबाह करने की बात कही है। अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट के जरिए ट्रम्प ने कहा कि अगर ईरान कभी भी मेरी हत्या करने में कामयाब होता है तो मुझे उम्मीद है कि अमेरिका उसे खत्म कर देगा। उसे दुनिया के नक्शे से मिटा दिया जाएगा।