इसके बाद जब बीबीसी के पत्रकार ने कुरैशी से पूछा कि पुलवामा हमले के बाद जैश से किसने संपर्क किया था, तो पाकिस्तानी विदेश मंत्री से जवाब देते नहीं बना, क्योंकि वे समझ गए थे कि उन्होंने ऐसे बोलकर गलती कर ली है। शाह मोहम्मद कुरैशी पहले तो हकलाने लगे फिर किसी तरह स्थिति को संभालने की कोशिश में जुट गए।