भारतीय परिप्रेक्ष्य में शादी के बाद किसी शादीशुदा स्त्री द्वारा अन्य पुरुष के बारे में सोचना गलत माना जाता है, लेकिन अगर शादी के बाद कोई स्त्री किसी दूसरे व्यक्ति को लेकर महसूस करती है कि वह उसका आकर्षण है तो यह बात स्त्री व स्त्री के पति के संबंध को और भी मधुर बनाती है। आपको यह बात भले असहज लग रही हो लेकिन यही सत्य है।
शोधकर्ताओं के मुताबिक स्त्रियां अपने 'आकर्षण' को यह महसूस नहीं होने देतीं कि वह उसे पसंद करती हैं, बल्कि वे इसके कारण खुश रहती हैं और इसका प्रभाव उनके पार्टनर के साथ जिंदगी को खुशनुमा बनाने में पड़ता है।
शोधकर्ताओं ने 160 महिलाओं को सर्वे में शामिल किया जो पिछले 3 साल व इससे ज्यादा समय से शादीशुदा थीं या रिलेशनशिप में थी। इस सर्वसम्मति वाले इंटरनेट अध्य्यन में महिलाओं से सेक्सुअल अट्रेक्शन के संबंध में कई सवाल खुले तौर पर पूछे गए और यह भी पूछा गया कि किस तरह वह इस तरह की परिस्थिति में अपने आपको संभालती हैं।