दृष्टिहीन लोगों के लिए फैशन में ब्रेल शामिल

सोमवार, 26 मार्च 2018 (13:33 IST)
न्यू यॉर्क । दृष्टिहीन लोगों के लिए एक नई क्लोदिंग लाइन पेश की गई है जिसे वे भी 'देख' सकते हैं। दुनिया के आधुनिक डिजाइनर्स अपनी क्लोदिंग लाइन्स में ब्रेल लिपि को भी शामिल कर रहे हैं ताकि जिन लोगों को नहीं दिखता है या जो आंशिक रूप से दृष्टिबाधित हैं, वे भी अपने कपड़ों में स्टाइलिश और सुंदर महसूस कर सकें। 
 
आप कल्पना कर सकते हैं कि एक महिला अपनी पांचों इंद्रियों से पहने जाने वाले कपड़ों का चयन कर सकती है। लेकिन ऐसे लोगों का क्या जोकि देख ही नहीं सकते हैं.... वे कपड़ों में सहायक साधन को कैसे चुन सकते हैं ? इसी तरह से वे रंगों का संयोजन कैसे कर सकते हैं? आखिर जिन ब्लाउजेस को आप नहीं देख सकते हैं, उनके बारे में कैसे अंदाजा लगा सकते हैं कि इन्हें कैसे पहना जाता होगा? 
 
इस कारण से दुनिया भर के फैशन डिजाइनर्स ने अपनी क्लोदिंग में ब्रेल को शामिल किया है ताकि ऐसे वस्त्रों को बनाया जा सके जोकि दृष्टिहीन लोगों में आत्मतुष्टि का भाव जगा सके। लिथुआनिया की डिजाइनर रूगैल गुमुलियासुकाइते ने ऐसे वस्त्र बनाने को प्रमुखता दी है जोकि ऐसे लोगों के लिए आरामदेह हों ताकि उनकी डिजायन सतह से अलग दिखे ताकि उनके ग्राहक आराम या सु‍विधा का विचार महसूस कर सकें। साथ ही, पहनने से पहले ही महसूस कर सकें कि उनके वस्त्रों की डिजाइन कैसी दिखती होगी।
 
और हालांकि वे बुनियादी रंगों को भलीभांति मिलाने का काम करती हैं लेकिन उन्हें इस बात की भी अच्छी परख है कि भावनाओं और अन्य इंद्रियों से इन्हें कैसे जाहिर करें। उदाहरण के लिए हरी घास या पत्तियों का स्पर्श उनके दृष्टिहीन ग्राहकों को सम्पूर्ण अनुभव दे सकें। 
 
ब्यूनस आयर्स में रहने वाली अर्जेंटीना की एक डिजायनर मारिया सोल उगार ने अपने कॉलेज में एक थीसिस प्रोजेक्ट के तहत ऐसे लोगों के लिए कपड़े डिजाइन करने शुरू किए थे जोकि पूरी तरह से या आंशिक तौर पर दृष्टिबाधित थे। इस प्रोजेक्ट में उनसे उम्मीद की गई थी कि वे वस्त्र निर्माण से जुड़ी एक समस्या को कैसे हल करें।
 
उल्लेखनीय है कि उनके ब्रांड का नाम सोनार है जोकि दृष्टिहीन लोगों से जुड़ा शब्द है और इसे इकोलोकेशन कहा जाता है। इस प्रक्रिया के तहत चमगादड़ ध्वनि आधारित तरीकों का इस्तेमाल कर अंधेरे में उड़कर अपने लिए भोजन की तलाश करते हैं। सोनार का कहना है कि वह शहरी वस्त्रों के साथ मौलिक डिजाइन पेश करती है। शहरी वस्त्रों से आशय ऐसे कपड़ों से है जिनके बारे में दृष्टिहीन लोग आंख वालों की मदद के बिना स्टोर में जाकर पर्याप्त जानकारी हासिल कर सकते हैं या अपने आप ही कपड़े पहन सकें।
 
उगार ने वर्ष 2013 में अर्जेंटीना के एक समाचार पत्र रियो नेग्रो से कहा था कि ऐसे वस्त्रों को दृष्टिहीन लोगों के बनाने के लिए वे न केवल ब्रेल का इस्तेमाल करती हैं वरन कपड़ों से संबंधित हिदायतों, देखरेख समेत कढ़ाई और बनावट की भी जानकारी देती हैं। दृष्टिहीनों के वस्त्र निर्माण से जुड़ी एक ब्रांड ऐसी है जिसके मालिक दो अमेरिकी भाई हैं और वे खुद ही अपना ब्रांड चलाते हैं। दोनों भाई वस्त्रों की कोमलता पर ध्यान देते है और इनमें हाई एंड मैटेरियल्स का प्रयोग करते हैं। विदित हो कि उनके टैग पर जानकारी भी ब्रेल में होती है।
 
उनकी फैशन लाइन की एक खास बात यह भी है कि उनके 70 फीसदी काम करने वाले श्रमिक दृष्टिहीन हैं। और वे अपने काम से जितना धन कमाते हैं, उसे वे दृष्टिहीनता दूर करने वाले चिकित्सा शोध और क्लिनिकल ट्रायल्स पर खर्च करते हैं।
 
इन उदाहरणों से समझा जा सकता है कि हम फैशन को क्या समझते हैं। फैशल केवल वही नहीं है जो हम देखते हैं वरन वह भी जब हम तमाम तरीकों से अपने वस्त्रों में भावनाओं को भी मिलाते हैं और इस तरह हम उन्हें महसूस करते हैं। 
 
इसलिए यह कहना गलत न होगा कि ये फैशन डिजाइनर न केवल ऐसे लोगों के लिए कपड़े बनाते हैं जोकि एक सीमा तक विकलांग या अशक्त लोगों के लिए वस्त्र बनाते हैं वरन वे समावेशी फैशन लाइन बना रहे हैं जोकि प्रत्येक के लिए आकर्षक और उपयोगी हैं, भले ही वे इन्हें देख पाते हैं या नहीं। साथ ही, वे प्रत्येक व्यक्ति को अपने कपड़ों से सम्भाषण करने की क्षमता भी विकसित कर रहे हैं। 

वेबदुनिया पर पढ़ें

सम्बंधित जानकारी