बयान में दावा किया गया, 'हम भारत के आरोपों से इंकार करते हैं और भारतीय कार्रवाई की निंदा करते हैं जो वास्तव में वियना सम्मेलन के साथ ही राजनयिक नियमों का उल्लंघन है और खासकर इस खराब चल रहे माहौल में।'
बयान में कहा गया, 'पाकिस्तान उच्चायोग अंतरराष्ट्रीय कानून और राजनयिक नियमों के तहत हमेशा काम करता रहा है।' यह आरोप लगाया गया कि तनाव बढ़ाने के भारत के प्रयास और कश्मीर में घोर मानवाधिकार उल्लंघन की तरफ से अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान भटकाने का षड्यंत्र कभी सफल नहीं होगा। (भाषा)