उन्होंने बताया कि ढाका के पुराने इलाके चौकबाजार में आग गैस सिलेंडर से लगी होगी जिसके बाद वह तेजी से पूरी इमारत में फैल गई जहां ज्वलनशील पदार्थ भंडार करके रखे हुए थे। आग की लपटें उससे जुड़ी चार इमारतों तक भी फैल गई। इन इमारतों में प्लास्टिक के दाने और बॉडी स्प्रे रखे जाते थे इसके अलावा रासायनिक गोदामों के रूप में भी इनका इस्तेमाल किया जाता है। जब आग लगी तब ट्रैफिक जाम लगा हुआ था इसलिए लोग भाग नहीं पाए। जिस जगह आग लगी वहां गलियां बेहद संकरी हैं।