इस खदान पर बोत्सवाना सरकार, देबस्वाना और डी. बीयर्स समूह का मालिकाना हक है। देबस्वाना की कार्यकारी प्रबंध निदेशक लियनेटे आर्मस्ट्रांग ने कहा कि हमें उम्मीद है कि यहां से हम जल्द ही और बड़े हीरे निकाल सकेंगे। इस आकार का हीरा ठीक-ठाक अवस्था में निकाल पाना एक उपलब्धि के समान है।
हीरा 73 मिलीमीटर लंबा, 52 मिलीमीटर चौड़ा और 27 मिलीमीटर मोटा है तथा यह कंपनी के 50 साल के इतिहास में खदानों में पाया गया सबसे बड़ा हीरा है। आर्मस्ट्रांग ने बताया कि इससे पहले ज्वानेंग खदान में सबसे बड़ा 446 कैरट का हीरा 1993 में मिला था।(भाषा)(सांकेतिक चित्र)