आखिर क्या है सच?
दरअसल, यह वीडियो तुर्किए का नहीं है और न ही तुर्किए में आए भूकंप से इसका कोई लेना- देना है। हकीकत में यह वीडियो पोर्ट ऑफ बेरुत लेबनान में एक विस्फोट का है। 4 अगस्त 2020 में हुए इस विस्फोट में करीब 200 लोगों की मौत हो गई थी और हजारों घायल हो गए थे। वीडियो वायरल होने के बाद जब वेबदुनिया ने इसकी सचाई जानने के लिए इस बारे में छानबीन की तो कई मीडिया रिपोर्ट में यह वीडियो और इससे संबंधित फोटो खबरों के साथ मिले। इसके साथ ही हमने इसे गूगल के रिवर्स सर्च इमेज में भी खोजा तो यह साल 2020 में लेबनान में हुए विस्फोट का निकला। मतलब कुल मिलाकर वो दावा झूठा निकला जिसे तुर्किए में आए भूकंप के बाद न्यूक्लियर प्लांट में ब्लास्ट का बताया जा रहा था।
edited by navin rangiyal