हुआ ट्रंप द्वारा कल किए गए ट्वीट पर प्रतिक्रिया दे रही थीं जिसमें निर्वाचित राष्ट्रपति ने अपनी बात पूरी तरह साफ किए बिना कहा था कि जब तक परमाणु हथियारों के मामले में दुनिया को सद्बुद्धि नहीं आ जाती, तब तक
अमेरिका को अपनी परमाणु क्षमताओं को काफी मजबूती और विस्तार देना चाहिए।
यह पूछे जाने पर कि क्या ट्रंप की टिप्पणी से अमेरिका, रूस और चीन के बीच परमाणु हथियारों की होड़ शुरू हो सकती है, प्रवक्ता ने कहा कि सबसे ज्यादा परमाणु आयुध वाले देश को परमाणु निरस्त्रीकरण में खास जिम्मेदारी लेनी चाहिए और इसके अनुकूल दशाएं तैयार करने की खातिर परमाणु आयुध में नाटकीय रूप से कमी लाने का नेतृत्व करना चाहिए।
7,000 से अधिक परमाणु हथियारों के साथ अमेरिका के पास परमाणु हथियारों का सबसे बड़ा जखीरा है और उसके बाद क्रमश: रूस, ब्रिटेन, फ्रांस और चीन आते हैं। (भाषा)