निशा से पूछा गया था कि क्या 'अमेरिका पहले' की नीति वैश्वीकरण विरोधी है और आर्थिक दृष्टि से भारत के साथ संबंधों को खराब कर सकती है? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि बहुत से क्षेत्रों मसलन अवसंरचना, ऊर्जा, तकनीक और उपभोक्ता सामान के लिए भारत एक बड़ा अवसर बनने जा रहा है तो 'अमेरिका पहले' की नीति ऐसी होनी चाहिए, जो व्यापक हो और अमेरिकी हितों के बढ़ावे के साथ ही अन्य देशों के साथ सहयोग और वृद्धि की बात करती हो।
उन्होंने कहा कि संकीर्णता के साथ तैयार की गई 'अमेरिका पहले' की नीति दुनियाभर में हमारे दोस्तों और सहयोगियों से मिलने वाले अवसरों के विपरीत जाएगी और प्रतिरोधी दृष्टिकोण का निर्माण करेगी। उल्लेखनीय है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी नीतियों के केंद्र में 'अमेरिका पहले' को मुख्य आधार बनाया है, जो अमेरिकी हितों और राष्ट्रीय सुरक्षा के अनुरूप है। (भाषा)