उत्तर कोरिया की 'बकवास बंद' करवाए चीन : ट्रंप

मंगलवार, 4 जुलाई 2017 (21:15 IST)
वॉशिंगटन। उत्तर कोरिया की ओर से अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किए जाने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उत्तर कोरियाई शासक किम जोंग-उन पर निशाना साधा और चीन से कहा कि वह प्योंगयोंग के खिलाफ कड़ा कदम  उठाए तथा इस बकवास को हमेशा के लिए खत्म करे।  
 
उत्तर कोरिया के सरकारी कोरियन सेंट्रल टेलीविजन ने बताया कि हावासोंग-14 मिसाइल का सफल परीक्षण किया गया और इस परीक्षण पर उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन ने नजर रखी।
 
उसने कहा कि यह मिसाइल 2,802 किलोमीटर की ऊंचाई पर पहुंची और इसने 933 किलोमीटर की दूरी तय  की। इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्रंप ने कहा, उत्तर कोरिया ने अभी-अभी एक मिसाइल परीक्षण  किया है। क्या इस इंसान (किम) के पास अपने जीवन में करने के लिए कोई और काम नहीं है?  
 
उन्होंने कहा, शायद चीन उत्तर कोरिया पर बड़ा दबाव बनाएगा और इस बकवास को हमेशा के लिए खत्म करेगा। अमेरिका उत्तर कोरिया के सबसे करीबी कूटनीतिक सहयोगी चीन पर लगातार दबाव बना रहा है कि वह प्योंगयोंग को अपना परमाणु बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम बंद करने को कहे।
 
बीजिंग में चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा कि चीन ने उत्तरकोरिया परमाणु मुद्दे को हल  करने के लिए अथक प्रयास  किए हैं। उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में चीन के योगदान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकार किया गया है।
 
अमेरिका के प्रशांत कमान के अनुसार, मिसाइल 37 मिनट तक हवा में रही और जापान सागर में गिरी।
मोंटेरी स्थित मिडलबरी इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज में ईस्ट एशिया नॉनप्रोलिफेरेशन प्रोग्राम के निदेशक  जेफ्री लुइस ने ट्विटर पर कहा, यह आईसीबीएम है। आईसीबीएम जो एंकोरेज को निशाना बना सकता है सॉन  फ़्रांसिस्को को नहीं। यूनियन से संबंधित वैज्ञानिकों डेविड राइट ने संगठन केआलथिंग्स न्यूक्लियर ब्लॉग पर लिखा, यह मानक  प्रक्षेपण पथ पर करीब 6700 किलोमीटर के अधिकतम दायरे में पंहुच सकती है। (भाषा)

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