वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि सीरिया के कुर्दों ने आईएसआईएस के खिलाफ जंग में अमेरिका की कोई मदद नहीं की। इस बयान के जरिए उन्होंने अमेरिकी बलों को वापस बुलाने के अपने फैसले का बचाव किया है जिससे तुर्की को पूर्वोत्तर सीरिया पर हमला करने के लिए सैन्य अभियान शुरू करने का रास्ता मिल गया।
सीरियाई कुर्दों के बारे में माना जाता है कि वे क्षेत्र में अमेरिका का सहयोग करते हैं, हालांकि ट्रंप ने उनके सहयोग को मान्यता देने से इंकार कर दिया है। ट्रंप ने व्हाइट हाउस में बुधवार को कहा कि कुर्द अपनी जमीन के लिए लड़ रहे हैं, आप इस बात को समझिए। जैसा कि किसी ने आज बहुत ही जबर्दस्त लेख में लिखा है कि उन्होंने द्वितीय विश्वयुद्ध में हमारी मदद नहीं की थी।
उदाहरण के लिए उन्होंने नॉरमैंडी (फ्रांस) में हमारी मदद नहीं की थी। उन्होंने अलग-अलग युद्धों का नाम लिया है लेकिन वे उनमें शामिल नहीं थे। लेकिन सीरिया में वे अपनी जमीन के लिए हमारी मदद कर रहे हैं और यह बिलकुल अलग बात है।
तुर्की ने पूर्वोत्तर सीरिया में कुर्दों के नियंत्रण वाले इलाकों में बुधवार को हवाई हमले किए जिससे अब जमीन पर भी संघर्ष होने के आसार बन रहे हैं। ट्रंप ने कहा कि अमेरिका ने हथियार, गोला-बारूद और वेतन के लिहाज से देखें, तो कुर्दों की मदद पर अत्यधिक पैसा खर्च किया है।
वहीं एक कुर्द पत्रकार रहीम राशिदी ट्रंप के इस बयान से ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं, क्योंकि 1 साल पहले ही संवाददाता सम्मेलन में ट्रंप ने कुर्दों के सहयोग की जमकर तारीफ की थी। इतना ही नहीं, उन्होंने अमेरिकी सहयोगियों के लिए अत्यंत सम्मान प्रकट करते हुए राशिदी को 'मिस्टर कुर्द' का उपनाम भी दिया था। ट्रंप ने कुर्दों की रक्षा का वादा किया था।
उन्होंने न्यूयॉर्क में पत्रकारों के सामने कहा था कि वे (कुर्द) हमारे साथ लड़े हैं, उन्होंने हमारे लिए जान दी है। हम यह बात भूले नहीं हैं लेकिन इनमें से कोई भी बात साबित होते नहीं दिख रही है। राशिदी ने कहा कि यह हमला ट्रंप की आंखों के सामने हुआ और उन्होंने कुछ नहीं किया।