वॉशिंगटन। पृथ्वी पर जीवन की शुरुआत के लिए केवल चट्टानी सतह, जल और आवरण वाला वातावरण ही जरूरी नहीं था, बल्कि इसमें सुरक्षात्मक चुंबकीय क्षेत्र की भूमिका भी अहम रही।
अमेरिका के हार्वर्ड-स्मिथसोनियन सेंटर फॉर एस्ट्रोफिजिक्स (सीएफए) और ब्राजील के रियो ग्रांडे डो नोर्ट विश्वविद्यालय के जोस डायस ने कहा, ‘लोगों के रहने योग्य परिस्थितियों के लिए एक ग्रह को उष्मा, जल और एक नए और प्रचंड ऊर्जा वाले सूर्य की आवश्यकता होती है।’ काप्पा सेती सूर्य से बहुत हद तक मिलता-जुलता है लेकिन वह अपेक्षाकृत रूप से नया है।