7.9 तीव्रता वाले ज़लज़ले ने सुदूर सिंधुपाल चौक जिले से लेकर राजधानी के मध्य तक भारी संख्या में जानें ली हैं। इसके बाद भूकंप बाद के कई झटके आ चुके हैं, जिसने लोगों को चिंता में डाल दिया है और भयाक्रांत कर दिया है।
संयुक्त राष्ट्र की मानवीय एजेंसी ओसीएचए (ऑफिस फॉर द कोओर्डिनेशन ऑफ ह्यूमेनिटेरियन अफेयर्स) की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 'भूकंप ने चार मई तक 1,91,058 घरों को तबाह और 1,75,162 घरों को क्षतिग्रस्त किया है।' दो मई को भी नेपाल के कई हिस्सों में भूकंप के दो झटके आए थे, जिस वजह से भूस्खलन हो गया था।
इस बीच, 25 अप्रैल को आए भूकंप की वजह से मरने वालों की संख्या बढ़कर 7,557 हो गई है, जबकि घायलों का आंकड़ा 14,536 पहुंच गया है। (भाषा)