भारत के बनारस में जन्मे कोइराला ने वर्ष 1954 में राजनीति में कदम रखा था। वर्ष 1960 के शाही अधिग्रहण के बाद वह 16 साल तक भारत में राजनीतिक निर्वासन में थे। वर्ष 1973 के विमान अपहरण में संलिप्तता के चलते वह तीन साल तक भारत की जेलों में भी बंद रहे थे। (भाषा)