क्यूबा में उन्हें 'फिदेलितो' के नाम से जाना जाता था। शुरुआत में उनकी स्थिति को देखते हुए उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था और बाद में उन्हें उपचार के लिए समय-समय पर अस्पताल बुलाया जाता था। 1 सितंबर 1949 को जन्मे फिदेल जूनियर क्रांतिकारी कास्त्रो और उनकी पहली पत्नी मिरता दियाज बालार्त के पुत्र थे।
फिदेल जूनियर ने साम्यवादी शासित देश में परमाणु शक्ति कार्यक्रम के विकास का सूत्रपात करने में मदद की। वे एक वैज्ञानिक थे जिन्होंने पूर्व सोवियत संघ में प्रशिक्षण लिया था। वे क्यूबा सरकार के वैज्ञानिक सलाहकार और देश की ‘अकेडमी ऑफ साइंसेस’ के उपाध्यक्ष के तौर पर सेवाएं दे रहे थे। सरकारी मीडिया ने बताया कि उनका परिवार उनके अंतिम संस्कार की तैयारी करेगा।