जंगबाज महिलाएं! IS के दरिंदों को दे रही हैं चुनौती...

शुक्रवार, 6 मई 2016 (11:57 IST)
बगदाद। जब इस्लामिक स्टेट के बर्बर आतंकी इराक के लोगों और विशेष तौर पर यजीदी लोगों पर अपना कहर लोगों पर बरसा रहे थे तो ऐसे समय में इन खूंखार दरिंदों को चुनौती देने के लिए हजारों की संख्या में यजीदी महिलाओं ने बंदूकें उठा लीं।
 
हजारों लोगों को मौत के घाट उतार देने वाले इस्लामिक स्टेट के आतंकियों को इन यजीदी लड़ाकू महिलाओं ने खूब पानी पिलाया और पीछे की तरफ धकेलने में कोई कसर नहीं छोड़ी। इसी का नतीजा है कि आतंकवादी संगठन की ताकत दिनोदिन कमजोर होती जा रही है।
 
उत्तरी इराक के सिंजर में जब आईएस अपनी बर्बरता से लोगों पर कहर ढा रहा था तब ये महिलाएं लोगों को ताकत का एहसास दिलाती थीं। अब भी ये महिलाएं उन सभी लोगों के डर को दूर करती हैं, जिन्होंने आईएस के नरपिशाचों के जुल्मों का सामना किया। एक यजीदी महिला असीमा दहीर ने एक एजेंसी से बातचीत करते हुए बताया कि वे लोग मेरे आठ पड़ोसियों को उठाकर ले गए और मेरी आंखों के सामने बच्चों को गोलियां से भून दिया।
 
इसके बाद से ही उसने आईएस के खिलाफ लड़ने की ठान ली। अब असीमा कुर्दिश फौज का हिस्सा है और आईएस के लड़ाकों को उत्तरी इराक से पीछे धकेलने की कोशिशों में जी जान एक किए हुए है। 
 
ऐसी ही और भी कई महिलाएं हैं जो आईएस के आतंक को पीछे धकेलने में अपनी जान की परवाह न करते हुए आईएस विरोधी मोर्चे की ताकत साबित हो रही हैं। अब इन महिलाओं के साहस और बहादुरी की सच्ची कहानी और महिलाओं को कुर्दिश फौज का हिस्‍सा बनने के लिए प्रेरित कर रही हैं। कुर्दिश फौज को भी एक नई ताकत मिल गई है। वह इनके सहारे और अपनी फौज को मजबूती देने में जुटे हुए हैं।

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