एक तरफ दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के कारण स्कूलों को बंद रखा जा रहा है, वहीं दूसरी ओर वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंस ने आशंका जताई है कि जलवायु परिवर्तन के कारण लगभग 600 साल में पृथ्वी आग का गोला बन जाएगी और मानव सभ्यता भी समाप्त हो जाएगी।
उन्होंने इंसानों के बचाने के लिए विकल्प भी सुझाए हैं। उनका कहना है कि हमें अब उन जगहों पर जाना होगा, जो आज तक अछूती रही हों। हमारे सोलर सिस्टम से जो भी तारे पास में हैं, वहां पहुंचने के बारे में वैज्ञानिकों को सोचना चाहिए। एल्फा सेंचुरी इसका उदाहरण है, जो धरती से 4.37 प्रकाश वर्ष की दूरी पर ही है।
उनका कहना है कि अभी हमारे पास जो एयरक्राफ्ट हैं, उनसे ये दूरी तय करने में काफी वक्त लग जाएगा। जो स्पेस एजेंसी सक्षम हैं, उन्हें नैनोक्राफ्ट जैसा कुछ तैयार करना होगा, जो इस दूरी को 15-20 साल में तय कर सकें। उन्होंने कहा कि मैं आर्थिक रूप से सक्षम लोगों से भी अपील करता हूं कि वो इस दिशा में निवेश कर स्पेस एजेंसियों की मदद करें।
तकनीक के दखल पर चिंता : स्टीफन हॉकिंग ने जिंदगी में तकनीक के बढ़ते दखल पर भी चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि आज हम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को लेकर बहुत उत्साहित हैं, लेकिन आने वाली पीढ़ी इसे इंसानी सभ्यता के इतिहास की सबसे खराब घटना के तौर पर याद करेगी। हॉकिंग ने दुनिया को चेताया है कि एक दिन ऐसा आएगा जब पूरी तरह से रोबोट्स, इंसानों की जगह ले लेंगे।