दिग्गज फुटबॉलर गिड़गिड़ाया, मेरे पांव काट दो...

शनिवार, 13 सितम्बर 2014 (12:55 IST)
अपने समय के दिग्गज फुटबॉल खिलाड़ी गैब्रियल बतिस्तुता ने डॉक्टरों से अनुरोध किया कि वे उनके पैर ही काट दें ताकि उन्हें पैरों में होने वाले भयानक दर्द से छुटकारा मिल सके। उनका कहना है कि उन्हें इतना भयानक दर्द होता था कि वे बाथरूम तक चलकर भी नहीं जा पाते थे और उन्हें बिस्तर पर ही पेशाब करना पड़ता था। विदित हो कि अपने 17 वर्ष के चमकीले करियर के बाद बतिस्तुता ने 2005 में फुटबॉल से संन्यास ले लिया था।  
 
उनके पैरों में कार्टिलेज न होने के कारण वे पैदल चलने में भी सक्षम नहीं थे। वे चाहते थे कि डॉक्टर उनके पैर काट दें ताकि वे ऑस्कर पिक्टोरियस जैसा जीवन बिता सकें। पर अब उनके एक पैर में डॉक्टरों ने स्क्रूज फिट कर रखे हैं ताकि उन्हें दर्द ना हो। डेली मेल ऑन लाइन में क्रिस वॉ लिखते हैं कि अर्जेंटीना के फुटबॉल सितारे रहे गैब्रियल बतिस्तुता ने एक डॉक्टर से कहा था कि वह उनके दोनों पैरों को काट दे। यह बात उन्होंने एक टीवी चैनल को बताई।  
 
अब 45 वर्ष के बतिस्तुता ने टीवाईसी स्पोर्ट्सई को बताया कि मैंने फुटबॉल छोड़ दिया और रातोंरात मैं चलने फिरने से भी अशक्त हो गया। हालांकि बाथरूम तीन मीटर की दूरी पर था, लेकिन मैंने बिस्तर गीला कर दिया। सुबह के चार बजे थे और मैंने जाना कि अगर मैं खड़ा हुआ तो मेरे घुटने मुझे मार डालेंगे। मैं एक हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अवनजी से मिलने गया और उनसे कहा कि मेरे दोनों पैर काट दें। उन्होंने मुझे देखा और कहा कि मैं पागल हो गया हूं।
 
उनका कहना है कि वे इस दर्द को और सहन नहीं कर सकते थे। दर्द कितना भयानक था कि मैं इसे शब्दों में बयान नहीं कर सकता हूं। मैंने ऑस्कर पिक्टोरियस के बारे में सोचा और कहा, मेरा हल यही है। डॉक्टरों से पैर काटने की मिन्नतें करने के बावजूद चिकित्सकों ने उनके एक पैर में स्क्रूज डालने का फैसला किया। उनके पैरों में ना तो कार्टिलेज हैं ना ही शिराएं। अब उन्हें उतना तेज दर्द नहीं होता है, जितना कि पहले हुआ करता था।  
 
उनके दर्द का कारण यह था कि उनकी हड्डियां, दूसरी हड्डियों से टकराती थीं जिस कारण से उन्हें असहनीय दर्द होता था। उन्होंने अपने करियर में 514 मैच खेले और उन्होंने तीन सौ गोल किए हैं। वे क्लबों के लिए भी लम्बे समय तक खेले हैं।

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