वॉशिंगटन। ग्लोबल वार्मिंग डेंगू बुखार के प्रसार को सीमित करने में मदद कर सकती है, लेकिन साथ ही यह उस जीवाणु के प्रभाव को भी कम कर सकती है, जिसका इस्तेमाल मच्छरों में विषाणु संक्रमण को रोकने के लिए किया जाता है। यह बात पत्रिका पीएलओएस नगलेक्टेड ट्रॉपिकल डिजीज में गुरुवार को प्रकाशित एक अध्ययन रिपोर्ट में कही गई है।
उल्लेखनीय है कि डेंगू बुखार मच्छर एडीज एजिप्टी के काटने से फैलने वाले विषाणु से होता है। यह बीमारी घातक है जिसका अभी कोई खास इलाज उपलब्ध नहीं है। अमेरिका की पेनसिल्वानिया स्टेट यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर एलिजाबेथ मैक्ग्रॉ ने कहा, यह मच्छर (एडीज एजिप्टी) विषाणु से उत्पन्न होने वाली कई बीमारियों, जैसे कि जीका, चिकनगुनिया और पीला बुखार के लिए भी जिम्मेदार है।
इसके बाद, अनुसंधानकर्ताओं ने अपने निष्कर्ष में कहा कि ग्लोबल वार्मिंग डेंगू बुखार के प्रसार को सीमित करने में मदद कर सकती है लेकिन साथ ही यह उस जीवाणु के प्रभाव को भी कम कर सकती है जिसका इस्तेमाल मच्छरों में विषाणु संक्रमण को रोकने के लिए किया जाता है।(भाषा)