पाकिस्तान के फैसलाबाद में 2 आतंकवादियों को फांसी

शुक्रवार, 19 दिसंबर 2014 (22:43 IST)
फैसलाबाद। पेशावर में आर्मी स्कूल पर हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान की सरकार जाग गई है और उसने दो शुक्रवार के दिन दो आतंकवादी अकील उर्फ डॉ. उस्मान और अरशद मेहमूद को फांसी के तख्ते पर लटका दिया। दो दिन पहले ही पाकिस्तान की सरकार ने अपने यहां फांसी की सजा पर लगी रोक हटाई थी।  पाकिस्तान में 2008 के बाद यह पहला अवसर है, जबकि आतंकवादियों को उनकी करतूतों की माकूल सजा दी गई है।


 
वर्ष 2009 में पाकिस्तानी सेना के मुख्यालय पर हमले के मास्टरमाइंड अकील उर्फ डॉ. उस्मान और पूर्व राष्ट्रपति जनरल (सेवानिवृत्त) परवेज मुशर्रफ पर जानलेवा हमला का प्रयास करने के दोषी अरशद मेहमूद को रात 9 बजे फांसी दे दी गई।
 
फैसलाबाद में इन आतंकियो को फांसी दिए जाने के मद्देनजर जिला जेल में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे। सेना प्रमुख जनरल राहील शरीफ ने गुरुवार को डॉ. उस्मान समेत छह आतंकवादियों के डेथ वारंट पर हस्ताक्षर किए थे। 
 
ये वारंट मिलते ही दोनों कैदियों को पुलिस और सेना की कड़ी सुरक्षा में फैसलाबाद की जेल में लाया गया था। जिला जेल में इन दोनों आतंकवादियों के अंतिम बयान दर्ज किए गए और इसके बाद डॉक्टरों ने इनकी जांच की। रात 9 बजे उन्हें फांसी दे दी गई। 
 
इन दोनों आतंवादियों को फांसी पर टांगने के बाद फांसी की सजा काट रहे अन्य आतंकवादियों में दशहत का माहौल है। उन्हें यही डर सता रहा है कि पता नहीं कब उनके गले भी फांसी के फंदे से नप जाएं। 
 
उल्लेखनीय है कि तहरीके तालिबान के 7 आतंकवादियों ने आर्मी स्कूल में बालसंहार करके 132 बच्चों को मार डाला था। वैसे इस आतंकी हमले में मरने वालों की कुल संख्या 148 तक पहुंच गई है। अभी भी कई जिंदगियां अस्पताल में मौत से संघर्ष कर रही हैं। 
 
इस आतंकी हमले की दुनियाभर में तीखी प्रतिक्रिया हुई थी। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने वादा किया है कि वे इस क्षेत्र से आतंक का खात्मा कर डालेंगे। यही नहीं, पाकिस्तान के जेल में बंद सैकड़ों आतंकवादियों को भी फांसी के तख्ते पर लटकाया जाएगा। इसी तारतम्य में आज पाक सरकार ने 2 आतंकवादियों को फांसी देने की शुरुआत कर डाली है। (वेबदुनिया/वार्ता) 

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