यह है नर्क का द्वार, कहां है पढ़ें...

रोम। तुर्की के रेगिस्तान में खुदाई कर रहे इतालवी पुरातत्वविदों ने एक प्राचीन खंडहर को खोज निकाला है। उल्लेखनीय है कि इस खंडहर का विवरण यूनानी मिथकों में नर्क के द्वार के तौर पर मिलता है।
हफिंग्टन पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार दक्षिण पश्चिमी तुर्की के हियेरापोलिस शहर में कार्यरत इतालवी पुरात्तवविदों के दल ने एक प्राचीन खंडहर ढूंढ निकाला।
 
माना जा रहा है कि यह वही जगह है जिसे यूनानी मिथकों में पाताल में जाने का रास्ता बताया गया है। यूनानी मिथकों में प्लूटो यानी हेडीज को पाताल का देवता बताया गया था जहां आत्माओं का राज चलता है। 
 
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पुरातत्वविद फ्रांसेस्को डे एंड्रिया ने अपनी खोज के बारे में बताते हुए कहा है कि हमें एक मंदिर और स्नानागार के अवशेष मिले जिनका इस्तेमाल प्राचीनकाल में तीर्थयात्री करते होंगे। इसके नजदीक मौजूद गुफा के खतरनाक होने का पता हमें उस वक्त चला जब उसके पास से उड़ान भरते पक्षियों को बेहोश होकर जमीन पर गिरते और दम तोड़ते पाया।
 
जानकारों का दावा है कि इसके अंदर से गर्म कार्बन-डाईऑक्साइड गैस का रिसाव हो रहा था। वैज्ञानिकों ने हालांकि कहा है कि आधुनिक काल में इस तरह के मिथकों के लिए कोई जगह नहीं है और विज्ञान बता सकता है कि पृथ्वी की सतह में बहुत सी जगहों पर ऐसी दरारें मौजूद हैं जहां से कार्बन डाईऑक्साइड गैस का रिसाव होता है।

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