खबर में उन्हें उद्धृत करते हुए कहा गया, सामान्यतः हम होली के पहले दिन (9 मार्च) गोबर जलाकर होली का उत्सव मनाते हैं। हमने पहले से ही श्रद्धालुओं को कार्यक्रम रद्द होने की सूचना दे दी है। कोकनी ने कहा कि रंग न खेलने का सुझाव सभी हिंदू प्रवासियों के लिए है।
श्रीनाथजी (कृष्ण) मंदिर के अध्यक्ष ललित करनी ने कहा कि नौ और दस मार्च को होली का उत्सव मनाने का कार्यक्रम सुरक्षा की दृष्टि से रद्द कर दिया गया है। श्रद्धालुओं को जारी एक सूचना में मंदिर प्रबंधन ने कहा, जनता के लिए होली और ढोल उत्सव नहीं मनाया जाएगा।
सूचना में कहा गया, हम सभी से अनुरोध करते हैं कि वे संक्रमण को फैलने से रोकने के वास्ते अनावश्यक एकत्रित न हों। मंदिर परिसर में रंग न फेंकें। करनी ने कहा कि सोमवार को होलिका दहन और मंगलवार को रंग केवल भगवान कृष्ण को अर्पण करने के लिए खेला जाएगा।