पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमावर्ती क्षेत्र में आए बर्फीले तूफान में मरने वालों की सख्या बढ़कर 125 हो गई जबकि भारी बर्फबारी के चलते हिमस्खलन की वजह से 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। इनमें से 50 लोग एक ही गांव के हैं। मृतकों की संख्या और बढ़ने का अंदेशा जताया जा रहा है। इस बीच भारत ने भी जम्मू, कश्मीर और हिमाचल के लिये चेतावनी जारी की है।
अधिकारियों के मुताबिक हिमस्खलन तीन दिन की भारी बर्फबारी की वजह से हुआ है और इसकी वजह से मुख्य रूप से मध्य और पूर्वोत्तर प्रांतों में सैकड़ों मकान ध्वस्त हो गये हैं और सड़कें अवरद्ध हो गई है। सड़कें अवरद्ध होने की वजह से बचाव दल को हिमस्खलन का शिकार हुये गांवों तक पहुंचने में कठिनाई हो रही है।
प्राकृतिक आपदा मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद उमर मोहम्मदी ने बताया कि सबसे ज्यादा मौतें दूरदराज के नूरिस्तान प्रांत में हुई है जहां एक ही गांव में 50 लोगों की मौत हो गई। प्रवक्ता ने बताया, 'हिमस्खलन की वजह से बार्गमटल जिले का दो गांव पूरी तरफ से दफन हो गए। इनमें से एक गांव से 50 शव बरामद किये गये हैं जबकि बचाव दल दूसरे गांव में पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं।'
भारत के जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिमस्खलन संभावित ढलानों के लिए रविवार को मध्यम स्तर के हिमस्खलन की चेतावनी जारी की गई। यहां के बर्फ और हिमस्खलन अध्ययन केंद्र (एसएएसई) ने चेतावनी जारी की है जो कल शाम पांच बजे से अगले 24 घंटे के लिए है। जारी एसएएसई के मुताबिक जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा, बांदीपुरा, अनंतनाग, बारामूला, गांदरबल, कुलगाम, बडगाम, पुंछ, किश्तवाड़ और कारगिल जिलों में हिमस्खलन संभावित ढलानों में खतरा हो सकता है।