नीला सूट और गुलाबी पगड़ी पहने सिद्धू वाघा सीमा के जरिए लाहौर पहुंचे, जहां से वे इस्लामाबाद जाएंगे। शपथ ग्रहण समारोह शनिवार को इस्लामाबाद में होना है। सिद्धू ने पाकिस्तान के लोकतंत्र में चुनाव के बाद आए बदलाव का स्वागत करते हुए कहा कि इमरान को दोनों देशों के बीच अमन की बहाली की पहल करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि वे भारत के सद्भावना दूत के रूप में मोहब्बत का पैगाम लेकर पाकिस्तान आए हैं। मैं यहां राजनेता के रूप में नहीं, बल्कि दोस्त के रूप में आया हूं। मैं यहां अपने दोस्त (इमरान) की खुशी में शरीक होने आया हूं। उन्होंने कहा कि 'हिन्दुस्तान जीवे, पाकिस्तान जीवे।' सिद्धू ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी भी दोनों देशों के बीच अमन की बात करते थे तथा अगर पड़ोसी के घर में आग लगी हो तो आंच हम पर भी आएगी।