इस्लामाबाद। पाकिस्तान के भावी प्रधानमंत्री इमरान खान समेत 329 नवनिर्वाचित सदस्यों ने सोमवार को नेशनल असेंबली में शपथ ली। इसके साथ ही क्रिकेटर से नेता बने खान के लिए देश में लगातार तीसरी लोकतांत्रिक सरकार बनाने के वास्ते मंच तैयार हो गया है।
निवर्तमान अध्यक्ष एयाज सादिक ने 342 सदस्यीय सदन में नेताओं को शपथ दिलाई जिसके बाद 15वीं नेशनल असेंबली के पहले सत्र का समापन हुआ। 329 सदस्यों ने एक रजिस्टर में अपने हस्ताक्षर किए। 'जियो न्यूज' की एक खबर के मुताबिक सदस्यों के शपथ ग्रहण के बाद नेशनल असेंबली का सत्र 15 अगस्त को सुबह 10 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
राष्ट्रपति ममनून हुसैन ने सोमवार सुबह 10 बजे संसद भवन में निचले सदन नेशनल असेंबली का पहला सत्र बुलाया था। इमरान खान के नेतृत्व वाली पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के आम चुनावों में सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरने के 19 दिन बाद संसद सत्र बुलाया गया।
पीटीआई प्रमुख खान तथा पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) अध्यक्ष शहबाज शरीफ, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) प्रमुख बिलावल भुट्टो जरदारी तथा पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली समेत अन्य प्रतिष्ठित नेताओं ने भी शपथ ग्रहण की।
'डॉन' अखबार की एक खबर के मुताबिक पीटीआई प्रमुख ने हाथ हिलाकर अभिवादन किया और बिलावल के साथ तस्वीर खिंचवाई। अध्यक्ष ने घोषणा की कि नए अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव 15 अगस्त को होगा। पीटीआई ने अध्यक्ष पद के लिए असद कैसर को नामित किया है जबकि विपक्ष ने इस पद के लिए संयुक्त उम्मीदवार के तौर पर पीपीपी के खुर्शीद शाह को नामित किया है।
इससे पहले पवित्र कुरान के पाठ के बाद राष्ट्रगान के साथ संसद के पहले सत्र का आगाज हुआ। खान सदन के नेता की कुर्सी के नजदीक पहली पंक्ति में बैठे। सदन की कार्यवाही के दौरान किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए सुरक्षा के कड़े उपाय किए गए और सदन की कार्यवाही से संबद्ध लोगों के अलावा किसी को भी सदन में प्रवेश करने की अनुमति नहीं थी।
पीटीआई ने 25 जुलाई को हुए चुनावों में 116 सीटें जीती हैं और सबसे बड़ी पार्टी के रूप में सामने आई है। 9 निर्दलीय सदस्यों के शामिल होने के बाद उसकी सीटों की संख्या 125 पर पहुंच गई। पार्टी सूत्रों ने बताया कि मंत्रिमंडल की सूची अभी तय नहीं हुई है लेकिन इस बात को लेकर आम सहमति है कि शाह महमूद कुरैशी नए विदेश मंत्री और परवेज खट्टक नए गृहमंत्री होंगे। असद उमर को वित्त मंत्रालय की कमान मिलने की संभावना है।
खान वित्त मामलों के सलाहकार के तौर पर प्रतिष्ठित कारोबारी अब्दुल रज्जाक दाऊद को नियुक्त कर सकते हैं। दाऊद पूर्व सैन्य तानाशाह परवेज मुशर्रफ के मंत्रिमंडल में भी शामिल रहे थे। नए अध्यक्ष के चुनाव के बाद प्रधानमंत्री का चुनाव किया जाएगा। अध्यक्ष प्रधानमंत्री के चुनाव की निगरानी करेंगे।
पीटीआई ने शीर्ष पद के लिए खान को नामित किया है और उनका 18 अगस्त को राष्ट्रपति भवन में शपथ लेने का कार्यक्रम है। संयुक्त विपक्ष ने खान के खिलाफ शहबाज शरीफ को नामित किया है। नई सरकार को पीएमएल-एन के रूप में विपक्ष की कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। पीपीपी के 53 सदस्यों और मुत्तहिदा मजलिस-ए-अमल (एमएमए) की 15 सीटों के साथ पीएमएल-एन की सीटों की संख्या 82 है। तीनों पार्टियों ने हाथ मिला लिया है।
पीटीआई के पास 7 सीटों वाली मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट, 5 सीटों वाली बलूचिस्तान अवामी पार्टी (बीएपी), 4 सीटों वाली बलूचिस्तान नेशनल पार्टी (बीएनपी), 3 सीटों वाला पाकिस्तान मुस्लिम लीग (पीएमएल), 3 सीटों वाली ग्रैंड डेमोक्रेटिक एलायंस (जीडीए) और 1-1 सीटों वाले अवामी मुस्लिम लीग तथा जमोरी वतन पार्टी समेत छोटे दलों का समर्थन है।
इस साल 2008 के बाद से पाकिस्तान में तीसरी लगातार लोकतांत्रिक सरकार होगी। सैन्य तानाशाह मुशर्रफ ने 1999 के तख्तापलट के बाद 2001 से 2008 तक राष्ट्रपति रहने के बाद आम चुनावों की घोषणा की थी। पीपीपी ने 2008 में सरकार बनाई और उसके बाद पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने 2013 में पीएमएल-एन सरकार का नेतृत्व किया। (भाषा)