अमेरिका पाकिस्तान को बार-बार मदद करता रहा है, लेकिन बदले में उसे झूठ और धोखा ही मिला। रक्षा मंत्रालय मुख्यालय पेंटागन के प्रवक्ता ने बताया कि इस वर्ष के प्रारंभ में भी अमेरिका ने पाकिस्तान की 50 करोड़ डॉलर की वित्तीय मदद रद्द कर दी थी। ट्रंप सरकार का मानना है कि पाकिस्तान उन चरमपंथियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह बना हुआ है, जो पड़ोसी देश अफगानिस्तान में पिछले 17 सालों से जंग छेड़े हुए हैं।