भारत ई-कचरा पैदा करने वाला 5वां सबसे बड़ा देश : संयुक्त राष्ट्र

रविवार, 19 अप्रैल 2015 (18:00 IST)
संयुक्त राष्ट्र। भारत इलेक्ट्रॉनिक कचरा (ई-कचरा) पैदा करने वाला दुनिया का 5वां सबसे बड़ा देश बनकर उभरा है। इसने 2014 में 17 लाख टन इलेक्ट्रॉनिक एवं इलेक्ट्रिकल उपकरण कचरे के रूप मे निकाले। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।

संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में चेताया गया है कि अगले 3 साल में वैश्विक स्तर पर ई-कचरा 21 प्रतिशत तक बढ़ सकता है।

यूनाइटेड नेशंस यूनिवर्सिटी (यूएनयू) द्वारा तैयार ‘ग्लोबल ई-वेस्ट मॉनिटर 2014’ में कहा गया है कि अमेरिका और चीन ने 2014 में सबसे अधिक ई-कचरा पैदा किया। ई-कचरा पैदा करने के मामले में अमेरिका पहले पायदान पर, चीन दूसरे, जापान तीसरे और जर्मनी चौथे पायदान पर रहा।

पिछले साल दुनिया में सबसे ज्यादा 1.6 करोड़ टन ई-कचरा एशिया में पैदा हुआ। इनमें चीन में 60 लाख टन, जापान में 22 लाख टन और भारत में 17 लाख टन ई-कचरा पैदा हुआ।

वहीं यूरोप में सबसे अधिक ई-कचरा करने वाले देशों में नॉर्वे पहले, स्विट्जरलैंड दूसरे, आइसलैंड तीसरे, डेनमार्क चौथे और ब्रिटेन 5वें पायदान पर रहा, वहीं सबसे कम 19 लाख टन ई-कचरा अफ्रीका महाद्वीप में पैदा हुआ।

रिपोर्ट के मुताबिक 2018 में ई-कचरे की मात्रा 21 प्रतिशत तक बढ़कर 5 करोड़ टन पहुंचने की संभावना है।

पिछले साल पैदा हुए ई-कचरा में महज 7 प्रतिशत मोबाइल फोन, कैल्कुलेटर, पीसी, प्रिंटर और छोटे आईटी उपकरण रहे, वहीं करीब 60 प्रतिशत हिस्सा घरों एवं कारोबार में इस्तेमाल होने वाले बड़े और छोटे उपकरणों जैसे वैक्युम क्लीनर, टोस्टर्स, इलेक्ट्रिक शेवर्स, वीडियो कैमरा, वाशिंग मशीन, इलेक्ट्रिक स्टोव आदि का था। (भाषा)

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