मंत्रालय ने कहा कि 10 जून और 12 जून को चिरीकोट और हॉट स्प्रिंग सेक्टर में हुई गोलीबारी में तीन नागरिक मारे गए। मंत्रालय ने कहा, नागरिकों को जानबूझकर निशाना बनाया जाना निंदनीय है और यह मानवीय गरिमा, अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकारों और मानवतावादी नियमों के विपरीत है। मंत्रालय ने कहा कि महानिदेशक ने भारतीय पक्ष से अपील की कि वह वर्ष 2003 के संघर्ष विराम समझौते का सम्मान करे, संघर्ष विराम की इस और अन्य घटनाओं की जांच करे और भारतीय बलों को संघर्ष विराम का पूर्ण पालन करने एवं नियंत्रण रेखा पर शांति बनाए रखने का निर्देश दे।
पाकिस्तान की सेना ने एक बयान में कहा कि भारतीय सैनिकों ने बिना किसी उकसावे के मोर्टार समेत भारी हथियारों के साथ आज जंदरोट और हॉटस्प्रिंग सेक्टरों में नियंत्रण रेखा के पास आम नागरिकों को निशाना बनाकर गोलाबारी की। बयान में कहा गया कि तीन और नागरिक भी भारतीय पक्ष की ओर से हुई गोलीबारी में घायल हुए। पाकिस्तानी सेना ने यह दावा भी किया कि उन्होंने भारतीय चौकियों को नुकसान पहुंचाया है। (भाषा)