उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर पाकिस्तान को मिलने वाला अंतरराष्ट्रीय समर्थन बढ़ रहा है और हम संधि को खत्म करने के खतरे के बारे में सुरक्षा परिषद के पांच स्थाई सदस्यों से भी संपर्क करने का विचार कर रहे हैं। सिंधु जल संधि दोनों देशों के लिए बाध्यकारी है। युद्ध के समय भी इस संधि को समाप्त नहीं किया गया। (वार्ता)