फार्स न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक ईरानी सेना के उप प्रमुख के ब्रिगेडियर जनरल हुसैन सलामी ने कहा कि यदि हमारे मिसाइलों की क्षमता 2,000 किलोमीटर है तो इसका कारण तकनीकी कमियां नहीं हैं। हम एक रणनीतिक सिद्धांत का पालन कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अभी तक हमने यूरोप को खतरा नहीं माना है इसलिए हमने हमारी मिसाइलों की क्षमता में इजाफा नहीं किया, लेकिन यदि यूरोप कोई खतरा उत्पन्न करना चाहता है तो हम अपने मिसाइलों की क्षमता का विस्तार करेंगे। (वार्ता)