न्यूज एजेंसी ANI के अनुसार उन्होंने आगे कहा यह पहली बार है जब मैं यहां यह कह रहा हूं। इस व्यक्ति को कल एमआईटी द्वारा चलाए गए एक ऑपरेशन में मार दिया गया था उन्होंने आगे कहा कि तुर्की बिना किसी भेदभाव के आतंकवादी संगठनों के खिलाफ अपना संघर्ष जारी रखेगा। अनादोलु एजेंसी के अनुसार, 2013 में तुर्की दाएश / ISIS को आतंकवादी संगठन घोषित करने वाले पहले देशों में से एक बन गया।
इसके बाद से देश पर कई बार आतंकी समूह द्वारा हमले किए गए। कम से कम 10 आत्मघाती बम विस्फोटों, सात बम हमलों और चार सशस्त्र हमलों में 300 से अधिक लोग मारे गए और सैकड़ों अन्य घायल हुए। जवाब में तुर्की ने आगे के हमलों को रोकने के लिए देश और विदेश में आतंकवाद विरोधी अभियान शुरू किया। एक इंटरव्यू में तुर्की के राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि नस्लवाद, इस्लामोफोबिया और भेदभाव पश्चिम में कैंसर कोशिकाओं की तरह फैल रहा है। उन्होंने आगे कहा कि पश्चिमी देशों ने अभी तक इस खतरे का सामना करने के प्रयासों का प्रदर्शन नहीं किया है।
Edited by navin rangiyal