गैर मुस्लिम महिलाओं से बलात्कार सही - इस्लामिक स्टेट

सोमवार, 15 दिसंबर 2014 (12:03 IST)
क्रूरता के लिए कुख्यात आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आइएस) ने गैर-मुस्लिम महिलाओं और बच्चियों को बंदी बनाने और उनके साथ जबरन यौन संबंध करने को 'जायज' बताया है।
आइएस ने अपने कब्जे वाले इराक के शहर मोसुल में शुक्रवार शाम को इस संबंध में पर्चे बांटे। 'महिला बंदियों और उनकी स्वतंत्रता पर सवाल-जवाब' शीर्षक वाले इन पर्चो में इस बारे में साफ-साफ दिशा-निर्देश लिखे गए हैं। पर्चो में लिखा है कि गैर-मुस्लिम महिलाओं और बच्चों को बेचा और उपहार के रूप में किसी को दिया जा सकता है, इस पर्चे में गैर मुस्लिम औरतों और लड़कियों से यौन संबंध बनाने को, यहां तक की बलात्कार तक को सही ठहराया गया है।
 
आइएस के पर्चे पर टिप्पणी करते हुए मोसुल के एक नागरिक ने कहा, 'हम में से अधिकतर लोग इससे स्तब्ध हैं, लेकिन इस संबंध में ज्यादा कुछ नहीं कर सकते।' बंधक बनाने की अनुमति पर्चो में लिखा गया है कि अगर महिलाएं आपके मत को नहीं मानतीं तो उन्हें बंधक बनाने की अनुमति है।
 
पर्चो के अधिकतर हिस्से में महिला बंदियों के साथ शारीरिक संबंध बनाने की आइएस की नीति के बारे में बताया गया है। इसमें जगह-जगह कुरान का हवाला देते हुए अपने पक्ष को सही ठहराने की कोशिश की गई है।

उल्लेखनीय है कि इसके पहले भी कई विदेशी चैनलों के अनुसार सीरिया और इराक के इलाकों पर कब्जा करने के बाद आइएस की ओर से बंधक बनाने, बेचने और महिलाओं और बच्चियों से दुष्कर्म करने की खबरें आई हैं। आइएस ने उबरी शहर मनबिज में बीते शुक्रवार की नमाज के बाद महिला और पुरुष की व्यभिचार के आरोप में पत्थर मार-मारकर हत्या कर दी।
 
इसके अलावा आइएस पर बेगुनाहों को सिर्फ इस बात के लिए मार देने का आरोप है कि उन्होंने शरिया कानून को अपनाने से इंकार कर दिया था। आइएस आतंकी अपनी सभी क्रूर कृत्यों को अल्लाह के नाम पर सही ठहराते रहे हैं।

वेबदुनिया पर पढ़ें