बैठक में कुवैत, कतर, बहरीन, ओमान, लेबनान, जॉर्डन, इराक और मिस्र के विदेश मंत्रियों, अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन कैरी और अरब लीग के महासचिव नबील अल अरबी ने हिस्सा लिया।
तुर्की ने हालांकि इस बयान में हिस्सेदारी नहीं की, लेकिन कहा कि वह आईएस के खिलाफ लड़ाई में हिस्सा लेगा। बयान में कहा गया कि 10 अरब देश और अमेरिकी आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एकसाथ हैं। इन सभी देशों ने आईएस से निपटने के लिए एक-दूसरे को हरसंभव मदद देने पर सहमति दी।