इजराइल का गाजा के 50 प्रतिशत हिस्से पर नियंत्रण, फिलिस्तीनी मकानों, कृषि भूमि और बुनियादी ढांचे को तबाह कर दिया
इजराइल का कहना है कि उसकी यह कार्रवाई अस्थायी रूप से जरूरी है ताकि 7 अक्टूबर 2023 को हुए हमले के दौरान बंधक बनाए गए शेष लोगों को रिहा करने के लिए हमास पर दबाव बनाया जा सके। हमास द्वारा 7 अक्टूबर 2023 को किए गए हमले के बाद यह युद्ध शुरू हुआ था। बहरहाल, मानवाधिकार समूहों और गाजा संबंधी मामलों के विशेषज्ञों का कहना है कि इजराइल के कब्जे वाली भूमि में क्षेत्र के उत्तर को दक्षिण से विभाजित करने वाला गलियारा भी शामिल है और इसका इस्तेमाल दीर्घकालिक नियंत्रण के लिए किया जा सकता है।
टैंक दस्ते के साथ तैनात एक सैनिक ने कहा कि उन्होंने (इजराइली बलों ने) वह सब कुछ नष्ट कर दिया जो वे कर सकते थे... (फिलिस्तीनियों के पास) वापस आने के लिए कुछ नहीं होगा, वे वापस नहीं आएंगे, कभी नहीं। हताहत हुए सैनिकों के बारे में पूछे जाने पर इजराइली सेना ने कहा कि सेना अपने देश की रक्षा के लिए और विशेष रूप से 7 अक्टूबर के उस हमले के कारण तबाह हुए दक्षिणी समुदायों में सुरक्षा को बेहतर बनाने के लिए काम कर रही है जिसमें लगभग 1,200 लोग मारे गए थे और 251 बंधक बनाए गए थे।
सेना ने कहा कि वह गाजा में आम नागरिकों को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहती और वह अंतरराष्ट्रीय कानून का पालन करती है। उपग्रह से प्राप्त तस्वीरों से पता चलता है कि जिन इलाकों में कभी घनी आबादी थी वे अब मलबे में तब्दील हो गए हैं तथा संघर्ष विराम समझौता समाप्त होने के बाद से लगभग एक दर्जन नई इजराइली सैन्य चौकियां भी बन गई हैं।(भाषा)