Israel vs Hezbollah : इजराइल की सेना (Israel defence force) लेबनान में सीमा से सटे गांवों में ग्राउंड ऑपरेशन शुरू कर दिया है। माना जा रहा है कि इजराइल के इस ऑपरेशन से इजराइल और हिजबु्ल्लाह के बीच जंग तेज होने के आसार है।
इजराइल ने लेबनान में जमीनी ऑपरेशन का ऐलान कर दिया है। इन गांवों को उत्तरी इजराइल के लिए बड़ा खतरा माना जाता है। इजराइली हमले में हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह की मौत और हिजबु्ल्लाह के मुख्यालय को तबाह करने के बाद से ही आईडीएफ ने लेबनान पर हमले की तैयारी शुरू कर दी थी। ALSO READ: हाशेम सफीद्दीन होगा हिजबुल्ला का नया चीफ, क्या है उसका नसरल्लाह से कनेक्शन?
IDF ने जमीनी हमलों के बारे में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपनी पोस्ट में कहा कि खुफिया एजेंसियों से मिली सटीक जानकारी के बाद दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह के लड़ाकों और इंफ्रास्ट्रक्चर को निशाना बनाया गया है।
इजराइल ने अमेरिका की संघर्ष विराम की अपील को पूरी तरह नजरअंदाज कर दिया है। इससे मध्य पूर्व में हालात तनावपूर्ण हो गए हैं। आने वाले समय में इस युद्ध का पूरी दुनिया पर असर पड़ सकता है। इजराइल 1978 से अब तक लेबनान पर 5 हमले कर चुका है। हालांकि वह लेबनान की जमीन के एक छोटे से हिस्से पर भी कब्जा करने में सफल नहीं हो सका।
2006 से दोनों टकराव से बच रहे थे : वर्ष 2006 से ही हिजबुल्ला और आईडीएफ दोनों ने सीधे टकराव से बचने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन सात अक्टूबर 2023 को हमास द्वारा इजराइल पर किए गए भयानक हमलों ने स्थिति को बदल दिया। पिछले 2 माह में इजराइल ने हिजबुल्लाह नेतृत्व को पूरी तरह खत्म कर दिया।
नेतन्याहू से क्या बोले पीएम मोदी : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को अपने इजराइली समकक्ष बेंजामिन नेतन्याहू से पश्चिम एशिया के हालिया घटनाक्रम पर बात की और इस बात पर जोर दिया कि आतंकवाद के लिए हमारी दुनिया में कोई जगह नहीं है। मोदी ने कहा कि क्षेत्रीय तनाव को रोकना और सभी बंधकों की सुरक्षित रिहाई सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है। ALSO READ: PM मोदी ने इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू से की बात, बोले- आतंकवाद का हमारी दुनिया में कोई स्थान नहीं
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत शांति और स्थिरता की शीघ्र बहाली के प्रयासों का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है। प्रधानमंत्री मोदी ने किसी विशेष घटना का जिक्र नहीं किया, लेकिन पिछले सप्ताह लेबनान में किए गए इजराइली हमलों में आतंकवादी समूह हिज्बुल्ला के सात उच्च पदस्थ कमांडर और अधिकारी मारे गए, जिनमें समूह का प्रमुख हसन नसरल्ला भी शामिल था।